छै घंटे मे औसतन 1000 पन्ने लिख पाने का अनुभव निश्चित ही अनोखा है। पिछले कुछ समय से मै प्रतिदिन यही कर रहा हूँ। मधुमेह और ह्रदय रोगो की वैज्ञानिक रपटो पर काम चल रहा है। मधुमेह की रपट मे 75,000 से अधिक और ह्रदय रोगो की रपट मे अब 20 हजार से अधिक पन्ने लिखे जा चुके है। पिछले कुछ दिनो मे किये गये कार्यो के अंश आप इन कडियो मे देख सकते है।
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart1&KeywordWild=CO
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart2&KeywordWild=CO
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart3&KeywordWild=CO
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart4&KeywordWild=CO
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart5&KeywordWild=CO
http://ecoport.org/ep?SearchType=interactiveTableList&Keyword=heart6&KeywordWild=CO
यदि एक पन्ने की टाइपिंग का बाजार भाव पाँच रुपये भी पकडे तो रोज पाँच हजार रुपयो का काम हो जाता है। फिर बाजार मे शायद की कोई रोज एक हजार पन्ने कर पाये बिन गल्ती के। ये सारे काम अपनी जेब से हो रहे है इसलिये बाहरी मदद की तो सोच भी नही सकते।
इतना अधिक लिखने के कारण शरीर पर कुछ बुरे प्रभाव भी हो रहे है। आँखो पर सबसे अधिक असर है। दोनो आँखो के चारो ओर काले चक्र बन जाते है। नीन्द मे भी यह लेखन चलता रहता है। इसलिये लम्बी नीन्द के बाद भी थकान बनी रहती है। शाम को दो घंटे खेलने चला जाता हूँ इसलिये तन और मन तरोताजा हो जाते है।
पहले मै दो से तीन पन्ने ही एक दिन मे लिख पाता था पर वर्तमान गति को पाने मे तीन साल लगे। आगे का लक्ष्य है एक दिन मे 10,000 पन्ने लिखना , कम से कम बीस दिनो तक। इन दोनो रपटो मे इतनी सारी जानकारियाँ है कि इन्हे पूरा करने के लिये यह गति जरुरी है। कभी आप भी प्रयास करियेगा इस गति से लिख पाने का।
आप यह भी पढ ले
http://dardhindustani.blogspot.com/2008/05/blog-post_17.html
For further updates on report, keep visiting this link
Note on Scientific Report titled ‘Traditional medicinal knowledge about herbs and herbal combinations used in treatment of Type II Diabetes in India with special reference to Chhattisgarh’.
by
Pankaj Oudhia
http://ecoport.org/ep?SearchType=earticleView&earticleId=3077&page=-2
4 comments:
मेरे तो होश फ़ाख्ता हैं...समझ नहीं पा रहा हूं कि ये क्या है....आपकी कर्मठता के लिए तो पहले से ही श्रद्धाभाव था, पर प्रत्यक्षं किम् पमाणम् ?
मैं संदर्भ सामग्रियों को खंगालते हुए एक शब्द पर रोज़ एक सुपाच्य आलेख को तैयार करने में पच जाता हूं।
आप के ये एक हजार पेज छह घंटे में ....आपके परिश्रम को नमन् है...
स्वास्थ्य; अपने स्वास्थ्य को संभालें जी!
अरे बाप रे!! ऐसा तो टारगेट बनाने में हाथ पैर फूल गये. आपको साधुवाद. सदियों तक दर्ज रहेगा आपका लिखा और आपकी मेहनत. आपका कार्य प्रेरणा देता है. इसका १/१० भी कर पाये तो सफल मानूँगा अपने आपको और आभार तो आपका ही होगा. अनेकों शुभकामनाऐं. :)
कहीं यह विश्व-रिकॉर्ड तो नहीं? लिम्का और गिनीज वालों को खबर करनी पड़ेगी।
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