मेरी कविता
पंकज अवधिया का हिन्दी ब्लॉग
Saturday, January 19, 2013
दर्द हिन्दुस्तानी उवाच: सुबह- सुबह राजनीति
ये जो सुबह की ताजी हवा है
सारे रोगों की दवा है
जल्द ही पता चलेगा
राहुल आधे है या सवा है
और दावों में कितनी हवा है
पंकज अवधिया "दर्द हिन्दुस्तानी"
सर्वाधिकार सुरक्षित
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