कुछ दिनो पहले रचना जी ने जानकारी दी थी कि कैसे उनके ब्लाग से सामग्री चुराकर वेबदुनिया मे डाल दी गयी थी। मेरा भी एक लेख चोरी हुआ है। यह लेख ज्ञान जी के मानसिक हलचल ब्लाग पर प्रकाशित हुआ था। मूल लेख का लिंक यह रहा
http://halchal.gyandutt.com/2008/02/blog-post_13.html
और ये है वेबदुनिया का लिंक
http://omnamh.mywebdunia.com/2008/10/06/1223277420000.html
कुछ तो शर्म करो। एक के बाद एक मामले! कुछ तो शर्म करो।